पुलिस की बर्बरता:सिहोरा तहसील अंतर्गत महिला के साथ अमानवीय व्यवहार का चौंकाने वाला मामला...
जबलपुर।।सिहोरा तहसील अंतर्गत मझगवां थाने के थाना प्रभारी द्वारा चालानी कार्रवाई के दौरान एक महिला के पति को घसीटने की घटना ने पुलिस विभाग की असली सूरत को उजागर कर दिया है।वहीं चालानी कार्रवाई के दौरान सड़क पर बाइक खड़ी करने को लेकर जमकर विवाद हुआ।विवाद भी ऐसा कि मझगवां थाना प्रभारी एक शख्स को खींचते हुए थाने ले गए,जबकि उसकी पत्नी चीखती चिल्लाती रही कि उसके पति को लेकर मत जाओ।पुलिस की बर्बरता की एक और घटना:नागरिकों के अधिकारों का हनन...
यह घटना पुलिस विभाग की बर्बरता का एक और उदाहरण है,पुलिस विभाग के अधिकारी अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करके नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं।इस घटना ने दिखाया है कि पुलिस विभाग के कुछ अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को भूलकर अपनी बर्बरता को दिखाने में लगे हुए हैं।
पुलिस विभाग की विफलता:सुधार की आवश्यकता
पुलिस विभाग की यह असफलता है कि वह अपने अधिकारियों को नियंत्रित नहीं कर पा रहा है,पुलिस विभाग को चाहिए कि वह अपनी कार्यशैली में सुधार करे और नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करे। लेकिन लगता है कि पुलिस विभाग अपनी जिम्मेदारियों को भूलकर अपनी बर्बरता को बढ़ावा दे रहा है।
सरकार की दोहरी नीति पर सवाल:महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की मांग...
सरकार महिलाओं के लिए जागरुकता फैला रही है, लेकिन लाडली बहनों के साथ गलत हो रहा है,यह विरोधाभासी स्थिति है जो हमें सोचने पर मजबूर करती है।सरकार को चाहिए कि वह महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए और पुलिस विभाग को अपनी कार्यशैली में सुधार करने के लिए निर्देश दे।
न्याय की मांग:दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता...
इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए,पुलिस विभाग को चाहिए कि वह अपनी कार्यशैली में सुधार करे और नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करे।हमें न्याय की मांग करनी चाहिए और पुलिस विभाग को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने के लिए मजबूर करना चाहिए।
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