बरगी से निकली जलराशि,नर्मदा फिर उफान पर: खतरे की रेखा के करीब पहुंचा प्रवाह,प्रशासन सतर्क...
जबलपुर|25 जुलाई
स्पेशल रिपोर्ट|जल प्रबंधन संवाद
बरगी डैम से आज सुबह एक ऐसा दृश्य सामने आएगा जो बीते मानसून की यादें ताज़ा कर देगा,सुबह 11 बजे,बरगी बांध के 7 जल द्वारों को औसतन 1.21 मीटर तक खोला जाएगा,जिससे हजारों क्यूसेक पानी एक बार फिर नर्मदा में उतरने को तैयार है।
तीव्र बहाव की ओर बढ़ी नर्मदा –निचले इलाकों को खतरा
बांध से अब तक छोड़े जा रहे 10,595 क्यूसेक जल की तुलना में आज से चार गुना अधिक,यानी 40,259 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।यह निर्णय बरगी कैचमेंट एरिया में हो रही लगातार वर्षा और 419 मीटर तक पहुंचे जल स्तर को देखते हुए लिया गया है।
राजेश गौंड (कार्यपालन यंत्री) की पुष्टि:
“गुरुवार रात तक 36,868 क्यूसेक पानी बांध में प्रवेश कर चुका था।दबाव को संतुलित करने हेतु सातों गेट खोले जाएंगे।”
2 से 3 फुट तक जलस्तर में बढ़ोतरी संभव
विशेषज्ञों का मानना है कि इतने भारी बहाव से निचली बस्तियों, घाटों और तटीय इलाकों में 2 से 3 फुट तक जल स्तर का उछाल देखा जा सकता है। लिहाज़ा प्रशासन ने चेतावनी जारी कर दी है और स्थानीय निवासियों से नर्मदा घाटों से दूरी बनाकर रखने की अपील की है।
31 जुलाई तक तय सीमा तक लाना है जलस्तर
बरगी बांध का फुल टैंक लेवल 422.76 मीटर है, जबकि 31 जुलाई तक इसे 417.50 मीटर पर नियंत्रित करना आवश्यक है। यह कदम उसी दिशा में एक रणनीतिक निर्णय है।
संभावित खतरे की घड़ी:
✔ नर्मदा किनारे पूजा-अर्चना रोकें
✔ बच्चों को घाटों से दूर रखें
✔ नाव संचालन पर निगरानी
✔ SDERF और नगर निगम अलर्ट मोड पर
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