"सत्र के पहले ही दिन गरमाया विधानसभा का माहौल:विपक्ष ने घोटाले,ड्रग्स और किसान मुद्दों पर सरकार को घेरा"
भोपाल।मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से आरंभ हो गया,लेकिन पहले ही दिन सदन का माहौल गरमा गया।प्रश्नकाल से पहले दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई,इसके बाद जैसे ही विधायी कार्य शुरू हुए,विपक्ष ने सरकार पर तीखे सवाल दागने शुरू कर दिए।
सरकारी कामकाज की शुरुआत,लेकिन विपक्ष की घेराबंदी तीव्र
डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा सहित मंत्री राजेंद्र शुक्ला, कैलाश विजयवर्गीय,निर्मला भूरिया और प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अपने विभागों की अधिसूचना सदन में प्रस्तुत की।इसी दौरान सत्ता पक्ष के ही विधायक सीताशरण शर्मा ने इटारसी न्याय कॉलोनी की मुआवजा समस्या को उठाते हुए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया।
कांग्रेस का आक्रामक रुख
रविवार रात कांग्रेस विधायकों की अहम बैठक में तय हुआ कि वे इस सत्र में किसान,युवा बेरोजगारी,परीक्षा घोटाले और मेडिकल नर्सिंग में हुई गड़बड़ियों को प्रमुखता से उठाएंगे।नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने स्पष्ट कहा कि राजधानी भोपाल में एमडी ड्रग्स की तस्करी और इसमें सत्ता पक्ष के नेताओं की संलिप्तता विधानसभा में बड़ा मुद्दा बनेगी।
‘तुगलकी फरमान’ पर जयवर्धन सिंह का निशाना
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने आरोप लगाया कि सदन में नारेबाजी पर रोक का आदेश"तुगलकी" है।उन्होंने जल जीवन मिशन में घोटाले,सीहोर मंदिर विवाद और ड्रग्स मामलों में भाजपा नेताओं की कथित संलिप्तता जैसे विषयों को भी सदन में उठाने की बात कही।
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