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Jabalpur Top:राखी पर जेल की नई परंपरा:जबलपुर केंद्रीय जेल में 50 रुपये की 'राखी किट',बाहर से सामान पर पूरी तरह बैन—सुरक्षा के पीछे की वजह...

राखी पर जेल की नई परंपरा:जबलपुर केंद्रीय जेल में 50 रुपये की 'राखी किट',बाहर से सामान पर पूरी तरह बैन—सुरक्षा के पीछे की वजह

जबलपुर/स्पेशल रिपोर्ट —

इस रक्षाबंधन(9 अगस्त)पर जबलपुर केंद्रीय जेल में एक अलग ही नज़ारा देखने को मिलेगा।यहां बंदी भाइयों से मिलने आने वाली बहनों को बाहर से मिठाई या राखी लाने की अनुमति नहीं होगी।इसके बजाय, जेल प्रशासन ने 50 रुपये में विशेष‘राखी किट’तैयार की है,जिसमें त्योहार का पूरा सामान पैक होकर मिलेगा—राखी,कुमकुम,टीका और मिठाई।

क्यों आया यह बदलाव?

जेल रिकॉर्ड बताते हैं कि पिछले कुछ सालों में त्योहारों के दौरान बंदियों के रिश्तेदार,खासकर मिलने आने वाले लोग,तंबाकू,सिगरेट और अन्य अवैध वस्तुएं अंदर पहुंचाने की कोशिश करते रहे हैं।कई बार मिठाई या गिफ्ट के पैकेट में नशीली चीज़ें भी पकड़ी गईं।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर बताते हैं—“अब त्योहार के बहाने जेल में अवैध वस्तुएं घुसाना पूरी तरह बंद होगा।इस बार हर बहन को राखी किट गेट पर ही मिलेगी,जिसे जेल में ही अधिकारियों की निगरानी में पैक कराया गया है।”

भीड़ और सुरक्षा की तैयारी

रक्षाबंधन पर जेल में भारी भीड़ की संभावना है।इसे देखते हुए बैरिकेडिंग की गई है और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात होंगे।हर महिला की एंट्री पर जांच होगी, और किसी को भी अपने साथ निजी सामान अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी।

राखी किट में क्या होगा?

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यह किट जेल के अंदर बने पैकिंग यूनिट में तैयार की जा रही है और 50 रुपये प्रति पैकेट की दर से उपलब्ध होगी।

चेतावनी भी साफ

जेल प्रशासन ने साफ कहा है कि अगर कोई भी महिला अवैध वस्तु ले जाने की कोशिश करती है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

रक्षाबंधन के इस नए नियम से जहां सुरक्षा मजबूत होगी, हीं बहनों और भाइयों के बीच त्योहार की मिठास बरकरार रखने के लिए किट एक सुरक्षित और सुविधाजनक विकल्प साबित हो सकती है।

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